DCG NEWS

जनता की बात

नई शिक्षा नीति से विद्यार्थियों को विशेष लाभ

DCG NEWS :- नई शिक्षा नीति पर चर्चा करने के लिए DCG NEWS ने श्रीमती स्मृति दुबे जी से बात की जो वर्तमान में विभागीय एम एड अध्ययनरत है शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में और छात्रसंघ अध्यक्ष है चर्चा में उन्होंने नई शिक्षा नीति के बारे में बताया कि भारतीय शिक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावी, लचीला, और समावेशी बनाना है, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य के लिए तैयार किया जा सके और बच्चों के मानसिक, शारीरिक, सामाजिक, और भावनात्मक विकास को महत्व दिया गया है। यह केवल अकादमिक ज्ञान पर निर्भर नहीं करता बल्कि बच्चों के सम्पूर्ण विकास पर जोर देता है। 5+3+3+4 का नया शैक्षिक ढांचा विद्यार्थियों के विभिन्न विकासात्मक चरणों के अनुरूप है, जिससे वे अपनी गति से सीख सकते हैं और अपने रुचियों और क्षमताओं के अनुसार आगे बढ़ सकते हैं।

अब मातृभाषा में शिक्षा

DCG NEWS :- प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा या स्थानीय भाषा में शिक्षा देने पर जोर, जिससे बच्चों को बेहतर समझ और ज्ञान प्राप्त होता है। और कक्षा 6 से ही व्यावसायिक शिक्षा और इंटर्नशिप के अवसर, जिससे विद्यार्थी विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

डिजिटल और ऑनलाइन शिक्षा

DCG NEWS :- डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देकर शिक्षा को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाया गया है, जिससे विद्यार्थी आधुनिक तकनीक का उपयोग कर सकें और शिक्षकों के पेशेवर विकास के लिए व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार होगा।

छोटे बड़े बच्चों का ध्यान मोबाइल के ऊपर जाता है तो उसको दूर करने के उपाय

DCG NEWS :- बच्चों का मोबाइल की ओर अत्यधिक झुकाव कई माता-पिता के लिए चिंता का विषय बन गया है मैं समझती हूं कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखने के लिए समय सीमाएं निर्धारित करदो बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम के लिए स्पष्ट और सख्त नियम बनाएं। सुनिश्चित करें कि वे दिन में एक निश्चित समय के बाद ही मोबाइल का उपयोग करें और बच्चों को विभिन्न शारीरिक गतिविधियों में शामिल करें, जैसे खेल, योग, नृत्य, या अन्य शारीरिक व्यायाम। यह न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि मोबाइल से उनका ध्यान भी हटा सकता है और अगर हो सके तो बच्चों की रुचियों को पहचानें और उन्हें विभिन्न शौक जैसे पेंटिंग, म्यूजिक, डांस, किताबें पढ़ने, या अन्य क्रिएटिव एक्टिविटीज में शामिल करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *