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मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने देवउठनी एकादशी पर महाआरती में हिस्सा लिया, नदियों और संस्कृति पर कही महत्वपूर्ण बात

DCG NEWS :- इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि आज देवउठनी एकादशी के पावन दिन इस महाआरती में शामिल होने का अवसर मिल रहा है। एक दशक पहले इस भव्य आयोजन के शुभारंभ का सौभाग्य मिला था। आज पुनः यहां आने मौका मिला है। महानदी छत्तीसगढ़ के लिए जीवनदायिनी है। इससे जनजीवन के लिए जल तो मिल रहा है। इसके साथ ही यह प्रदेश में ऋषि परम्परा का साक्षी भी है और इसे आगे बढ़ा रही है।

WhatsApp-Image-2024-11-12-at-9.31.55-PM-1024x681 मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने देवउठनी एकादशी पर महाआरती में हिस्सा लिया, नदियों और संस्कृति पर कही महत्वपूर्ण बात
WhatsApp-Image-2024-11-12-at-9.31.55-PM-1-1024x745 मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने देवउठनी एकादशी पर महाआरती में हिस्सा लिया, नदियों और संस्कृति पर कही महत्वपूर्ण बात

DCG NEWS :-छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती है। प्रभु श्री राम का ननिहाल है। अब अयोध्या में उनका भव्य मंदिर बन चुका है। प्राण प्रतिष्ठा के हम सब साक्षी बने हैं। छत्तीसगढ़ से भी लोग अयोध्या में सेवा दे रहे हैं। यहां के डॉक्टर अभी भी वहां निःशुल्क सेवा दे रहे हैं। राम लला दर्शन योजना से प्रदेश के श्रद्धालु अयोध्या धाम के दर्शन कर रहे हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि तीर्थ यात्रा योजना को पुनः शुरू करने का रहे हैं। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के पांच शक्तिपीठों के कॉरिडोर बनाने का भी काम कर रहे हैं।

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WhatsApp-Image-2024-11-12-at-9.31.55-PM-2-1024x681 मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने देवउठनी एकादशी पर महाआरती में हिस्सा लिया, नदियों और संस्कृति पर कही महत्वपूर्ण बात

DCG NEWS :- उन्होंने कहा कि नदियां किसी भी संस्कृति की जीवंत प्रतीक होती है। नदियां केवल बहता पानी नहीं बल्कि इसके साथ बसे समाज के सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों की पहचान होता है। भारतीय संस्कृति में नदियों को जीवनदायिनी कहा गया है। मानव सभ्यता को पीढ़ी दर पीढ़ी सींचती संवारती हमारी इस अमूल्य विरासत रूपी नदियों को सहेजने का भाव हम सभी के अंदर एक कर्तव्य के रूप में पल्लवित हो, इसमें यह आयोजन महती भूमिका निभाएगा।

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